अंकिता भंडारी मर्डर केस उत्तराखंड के ऋषिकेश में रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा.

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अंकिता भंडारी मर्डर केस उत्तराखंड के ऋषिकेश में रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा. 

Ankita Bhandari Murder Case in Rishikesh: उत्तराखंड के ऋषिकेश में रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। रिसेप्शनिस्ट को नहर में धक्का दिए जाने के बाद आरोपियों ने पूरे मामले की लीपापोती की पूरी तैयारी कर ली थी। पुलिस की पूछताछ में पूरी जानकारी सामने आई है।

 
ऋषिकेश: उत्तराखंड के ऋषिकेश में अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपियों ने अंकिता को चिला नहर में फेंकने के बाद घटना का साक्ष्य मिटाने की पूरी कोशिश की थी। पुलिस की जांच में यह मामला सामने आया है। अंकिता मर्डर के आरोपियों का फुलप्रूफ प्लान था कि हत्या को गुमशुदगी के रूप में पेश किया जाए। लेकिन, अंकिता के पिता लगातार इस मामले को उठाते रहे। 18 सितंबर से लापता बेटी की खोजबीन के लिए दबाव बनाना शुरू किया। सोशल मीडिया पर मुद्दा गरमाया तो पुलिस ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। अंकिता पुलकित आर्य के यमकेश्वर स्थित रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिष्ट कार्य करती थी।
चिला पावर हाउस नहर से अंकिता भंडारी का शव बरामद किए जाने के बाद अब मामला और गंभीर हो गया है। आरोपियों की पूछताछ में जो भी मामले सामने आए, उसकी पुष्टि होती दिख रही है। आरोपियों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि रिजॉर्ट से 18 सितंबर की रात चार लोग निकले थे। बाइक और स्कूटी से चारों चिला पावर हाउस तक गए थे। वहां शराब पीने के बाद पुलकित और अंकिता के बीच बहस होने लगी। पुलकित रिजॉर्ट के बारे में अंकिता पर बदनाम किए जाने का आरोप लगा रहा था। इसी पर दोनों के बीच झगड़ा बढ़ गया और अंकिता को उन्होंने नहर में धक्का दे दिया। पुलिस के सामने इन आरोपियों ने माना कि हमें गुस्सा आ गया था। नशे में हमें यह सूझा ही नहीं कि हम क्या कर रहे हैं। अंकिता हमारे साथ हाथापाई कर रही थी। इसमें हमने धक्का दिया तो वह नहर में गिर गई। पानी से निकालने के लिए वह चिल्लाती रही और वे लोग वहां से भाग खड़े 
अंकित ने कह दिया कि अंकिता हमारे साथ नहीं है। दरअसल, वे अन्य स्टॉफ को अंकिता के साथ जाने की बात से अनभिज्ञ रखना रखना चाहते थे। रात को तीनों रिजॉर्ट में पहुंचे। चुपके से रिजॉर्ट के किनारे वाले रास्ते से अंदर गए। अंकित ने शेफ से अंकिता का खाना लिया और उसके कमरे में जाकर रख दिया। इससे उसे लगा कि अंकिता रिजॉर्ट में ही है। कमरे में खाना रखकर वह वापस आ गया। सुबह पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार गए। नया मोबाइल खरीदा। अपने जियो सिम का डमी लिया। दरअसल, अंकिता से झड़प में उसका फोन नहर में गिर गया था।
योजना के तहत पुलकित ने रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरभ विष्ट को अंकित के कमरे में जाकर उसका फोन लाने को कहा। वे चाहते थे कि सौरभ उन्हें अंकिता के गायब होने की बात बताए। सबकुछ प्लान के तहत ही हुआ। किसी को शक न होने को लेकर पुलकित ने थाने में जाकर अंकिता की गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई। तीनों ने एक तरह का बयान देने का फैसला लिया था। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ के बाद जब मामला सामने आया। पुलिस ने आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302, 201, 120-B के तहत केस दर्ज किया है। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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