जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में 2 दिनों में 6 लोग मारे गए, नन्हे बच्चों को भी नहीं बख्श रहे!

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जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में 2 दिनों में 6 लोग मारे गए, नन्हे बच्चों को भी नहीं बख्श रहे! 

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की ओर से लोगो  को निशाना बनाए जाने की घटनाएं नए साल में तेज हो गई हैं। बीते दो दिन में इस केंद्र शासित प्रदेश में 6 लोग मारे गए हैं। दहशतगर्द तो नन्हे बच्चों को भी नहीं बख्श रहे हैं। राजौरी के डांगरी गांव में आतंकवादी हमले के पीड़ितों के घर के पास सोमवार को IED विस्फोट हुआ, जिसमें 2 बच्चों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए। मृतकों की पहचान 4 साल के विहान और 16 साल की बच्ची समीक्षा के तौर पर हुई है। इसके अलावा घायलों में भी दो बच्चे शामिल हैं जिनका इलाज कराया जा रहा है।

इससे पहले रविवार शाम को इसी इलाके में आतंकवादियों ने तीन घरों में गोलीबारी की, जिसमें 4 नागरिकों की मौत हो गई और 6 अन्य घायल हो गए। मृतकों की पहचान सतीश कुमार (45), दीपक कुमार (23), प्रीतम लाल (57) और शिशुपाल (32) के रूप में हुई है। इसके अलावा घायलों की पहचान पवन कुमार (38), रोहित पंडित (27), सरोज बाला (35), रिदम शर्मा (17) और पवन कुमार (32) के रूप में हुई है। बमुश्किल 14 घंटे के अंतराल पर ये दोनों आतंकी घटनाएं हुई हैं।
आतंकी हमले के पीड़ित प्रीतम लाल के घर के पास हुआ विस्फोट प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि आतंकी हमले के पीड़ित प्रीतम लाल के घर के पास आज सुबह विस्फोट हुआ। इसकी चपेट में आए मृतकों के अलावा सभी घायल भी हिंदू हैं, जिनकी पहचान सान्वी शर्मा (4), कनाया शर्मा (14), वंशु शर्मा (15), समीक्षा देवी (20), शारदा देवी (38), कमलेश देवी (55) और समीक्षा शर्मा के तौर पर हुई। हालांकि, बाद में इलाज के दौरान समीक्षा शर्मा ने दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सोमवार सुबह 9 से साढ़े 9 बजे के बिच विस्फोट हुआ, उस वक्त रविवार को हुए हमले के पीड़ित के रिश्तेदार समेत कई लोग घर में मौजूद थे।
सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोग’ सरपंच दीपक कुमार ने कहा कि यह पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से सुरक्षा में गंभीर चूक है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। प्रशासन को कड़े कदम उठाने चाहिए। वहीं, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में जिले भर में प्रदर्शन हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में राजौरी शहर सहित जिले भर में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। ये लोग अपनी सुरक्षा और न्याय की मांग कर रहे हैं। इस बीच एनआईए की एक टीम डांगरी पहुंच गई है और शुरुआती जांच की जा रही है। वहीं, जम्मू मंडल के आयुक्त रमेश कुमार के साथ घटनास्थल पर सीनियर पुलिस अधिकारी भी पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सेना और पुलिस व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और समूचे इलाके की घेराबंदी की गई है।

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