Mira Road Murder: ‘वो मेरी बेटी जैसी थी…’, पुलिस से बोला सरस्वती का ‘कातिल’- मैं HIV पॉजिटिव, कभी नहीं बनाया संबंध!

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Mira Road Murder: ‘वो मेरी बेटी जैसी थी…’, पुलिस से बोला सरस्वती का ‘कातिल’- मैं HIV पॉजिटिव, कभी नहीं बनाया संबंध! 

मुंबई के पास मीरा रोड (Mira Road Murder) के गीता नगर इलाके में एक शख्स द्वारा अपने लिव-इन-पार्टनर की बेहरमी से हत्या करने वाली घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. मीरा रोड मर्डर केस के आरोपी का बयान आया है और उनसे बड़ा दावा किया है. लिव-इन पार्टनर की हत्या करने और उसके शरीर को अनगिनत टुकड़ों में काटकर प्रेशर कुकर में उबालने वाले आरोपी मनोज ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह एचआईवी पॉजिटिव है और उसने मृतक के साथ कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिबक, आरोपी मनोज साने ने पुलिस को आगे बताया कि सरस्वती वैद्य को उसकी बेटी की तरह थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को गिरफ्तार किए गए 56 वर्षीय आरोपी मनोज रमेश साने ने दावा किया है कि 32 वर्षीय सरस्वती वैद्य ने 3 जून को आत्महत्या कर ली थी. इस डर से कि उस पर मामला दर्ज किया जाएगा, उसने कथित तौर पर शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की. उसने पुलिस को आगे बताया कि इसके बाद उसने अपने जीवन को समाप्त करने की योजना बनाई.
पुलिस नहीं गिन पाई शव के टुकड़े
मौत का मामला सामने आने के बाद बुधवार रात घटनास्थल का दौरा करने वाले अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान साने के दावों की पुष्टि की जा रही है. पुलिस ने कहा कि इलेक्ट्रिक ट्री कटर से शव को छोटे-छोटे हिस्सों में काटने के बाद, साने ने कथित तौर पर प्रेशर कुकर में इसके कुछ हिस्सों को उबाला और उन्हें आसानी से फेंकने के लिए गैस पर भून लिया. एक अधिकारी ने कहा कि उसने कथित तौर पर टुकड़ों को बाल्टी, टब, कुकर और रसोई में अन्य बर्तनों में रखा था और उन्हें इतना छोटा कर दिया कि पुलिस उन्हें गिन भी नहीं पाई.
पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूतों को नष्ट करना) के तहत मामला दर्ज किया है. मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस के डीसीपी जयंत बजबाले ने कहा ‘उसे ठाणे की एक अदालत में पेश किया गया और 16 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.’ वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, साने ने पुलिस को बताया कि 2008 में उसे पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव था. तब से, वह दवा पर है.’
आरोपी ने बताई यह कहानी
अधिकारी ने बताया कि पुलिस के सामने मनोज साने के कबूलनामे के मुताबिक सरस्वती स्वभाव से बहुत पजेसिव थी और उस पर शक करती थी. अधिकारी ने पूछताछ के दौरान साने के दाखिले के हवाले से बताया कि वह एसएससी की 10वीं कक्षा की परीक्षा देने की योजना बना रही थी और साने उसे गणित पढ़ा कहा था. अधिकारी ने कहा कि उन्हें सातवीं मंजिल के फ्लैट की एक दीवार पर एक बोर्ड मिला, जिस पर गणित के समीकरण लिखे हुए थे.

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