हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भारी बारिश के कारण शिमला में एक शिव मंदिर ढह गया, जिससे कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 20-25 अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। फागली क्षेत्र में भूस्खलन के कारण कई घर कथित तौर पर मिट्टी और कीचड़ के नीचे दब गए। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, “शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां समर हिल में शिव मंदिर भारी बारिश के कारण ढह गया। अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं।
सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। रविवार रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। छह लोगों को बचा लिया गया, जबकि जादोन गांव में सात अन्य की मौत हो गई। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में हुई है।
शिमला के डिप्टी कमिश्नर आदित्य नेगी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि दो भूस्खलनों में 15 से 20 लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। मुख्यमंत्री ने भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों से बचने और जल निकायों से दूर रहने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “20-25 लोग यहां (समर हिल, शिमला) मलबे में फंसे हुए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटों में 21 लोगों की मौत हो गई है। मैं लोगों से घर के अंदर रहने, नदियों और भूस्खलन – संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की अपील करता हूं। बहाली का काम बारिश रुकते ही शुरू हो जाएगी।