“एमपी कांग्रेस का आग्रह: चुनावी खर्च में भाजपा उम्मीदवारों के खर्चों को शामिल करने के लिए ईसीआई पर दबाव”
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए एलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) से एक महत्वपूर्ण मांग पेश की है। उन्होंने ईसीआई से भाजपा के उम्मीदवारों के चुनावी खर्चों को उनके चुनाव खर्च में शामिल करने की मांग की है।
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और खर्चों के प्रति जानकारी का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, और यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवार चुनाव खर्चों के लिए जिम्मेदार रहें। एमपी कांग्रेस ने इस मामले में भाजपा के उम्मीदवारों के चुनावी खर्चों की नकली जांच के लिए ईसीआई को आग्रह किया है।
एलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) चुनावों को निगरानी में रखने और नियामक निकाय के रूप में कार्य करता है, और इसका मुख्य उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को साफ, निष्पक्ष, और पारदर्शी बनाना है।
एमपी कांग्रेस के प्रतिष्ठित नेता ने बताया कि चुनाव खर्चों को नकली जांच करने का मुद्दा उनके द्वारा उठाया गया है क्योंकि वे चुनावी प्रक्रिया के तरीके में बदलाव और सुधार की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के उम्मीदवारों के चुनावी खर्च बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और इन्हें भी दिखाना चाहिए, ताकि लोग जान सकें कि कितना पैसा उन्होंने चुनाव में खर्च किया है।
इस मांग के साथ, एमपी कांग्रेस ने पारदर्शिता और खर्चों के मामले में चुनाव कमीशन के साथ मिलकर कदम बढ़ाने का आलंब दिया है। वे चाहते हैं कि सभी पार्टियों के उम्मीदवार अपने चुनावी खर्चों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करें और सार्वजनिक डोमेन में उनके खर्चों को देख सकें।
इस मांग के साथ, एमपी कांग्रेस ने चुनावी प्रक्रिया के स्थायिता और निष्पक्षता के प्रति अपनी संवाद की प्रतिबद्धता का प्रमाण दिया है, और वे चाहते हैं कि सभी राजनीतिक पार्टियां इस मामले में सहमति दें और चुनावी प्रक्रिया को और भी साफ और पारदर्शी बनाने के लिए साथ मिलकर काम करें।