रिशी कपूर ने अपनी छवि को संजीवनी देने वाली फिल्म ‘सागर’ के साथ अपने बचपन को पीछे छोड़ दिया। उनके 71वें जन्मदिन के मौके पर, हम उस फिल्म की ओर मुड़ते हैं, जिसने रमेश सिप्पी के साथ मिलकर कर्ज की असफलता के बाद अभिनेता की छवि को पुनः स्थापित किया।
रिशी कपूर को बॉलीवुड का एक ऐसा अभिनेता माना जाता था जो हमेशा अपनी जवानी और युवा भावनाओं के साथ पर्दे पर चमकते रहे थे। वे उन अभिनेताओं में से एक थे जिन्होंने अपनी कारियर की शुरुआत से ही कई रोमांटिक और युवा भूमिकाओं को निभाया। लेकिन जीवन के सफर में, हर किसी को अपने आपको बदलने का मौका मिलता है, और रिशी कपूर के लिए वो मौका ‘सागर’ नामक फिल्म में आया।
‘सागर’ एक 1985 की फिल्म थी, जिसे दिग्दर्शक रमेश सिप्पी ने निर्देशित किया था। इस फिल्म में रिशी कपूर ने सामाजिक वर्ग की एक छोटी सी छावनी के लड़के की भूमिका निभाई थी, जो एक अमीर और सुंदर लड़की से प्यार करता है। इसके साथ ही, वह एक पूर्वी क्षेत्र के नौकायन के साथ एक गहरे दोस्ती का भी हिस्सा बन जाता है। फिल्म का प्लॉट रोमांटिक रिश्तों, दोस्ती, और जीवन के सफर पर आधारित है, जिसे रिशी कपूर ने उम्दा तरीके से अपनी अदाकारी से प्रस्तुत किया।
‘सागर’ फिल्म ने रिशी कपूर की करियर को एक नई दिशा में ले जाया। इससे पहले, वे फिल्म ‘कर्ज’ में नाकाम रहे थे, जिससे उनकी करियर में गिरावट आई थी। लेकिन ‘सागर’ ने उनकी छवि को बदल दिया और उन्हें फिर से एक हारटथ्रोब के रूप में स्थापित किया।
फिल्म का संगीत भी बड़ा ही मनमोहक था, और एक प्रसिद्ध गीत “ओ मेरे सपनों के राजकुमार” ने रिशी कपूर के प्रशंसकों के दिलों को छू लिया। इस फिल्म में वे अपने गायन और अदाकारी का अद्वितीय मेल मिलाते हैं और एक नए रूप में प्रस्तुत करते हैं।
‘सागर’ फिल्म की सफलता ने रिशी कपूर के करियर को नया जीवन दी, और उन्होंने इसके बाद भी कई महत्वपूर्ण फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपनी अद्वितीय अदाकारी से अपने दर्शकों को अपने साथ बंध रखा और उन्हें एक सशक्त कलाकार के रूप में पहचान बनाई।
इस तरह, ‘सागर’ ने रिशी कपूर के करियर की एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा किया और उन्हें बॉलीवुड के एक महान और प्रिय अभिनेता के रूप में स्थापित किया। इस फिल्म की यादें हमें हमेशा रिशी कपूर के अदाकारी और उनके योगदान की ओर ले जाती हैं, और वह हमें यह याद दिलाती हैं कि वे कैसे हमेशा हमारे दिलों में बसे रहेंगे।