इसरो का चंद्रयान 3, 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा। आज हम आपको इस सफल मिशन के पीछे की टीम से मिलवाएंगे और उन्हें मिलने वाली सैलरी और भत्तों के बारे में भी बताएंगे।
अंतरिक्ष विभाग के सचिव और अध्यक्ष एस सोमनाथ, चंद्रयान 3 की सफलता के पीछे अग्रणी व्यक्ति थे, उनके साथ चंद्रयान 3 के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल और चंद्रयान -3 मिशन के लिए उप परियोजना निदेशक कल्पना कालहस्ती भी थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसरो में इंजीनियरों को 37, 400 रुपये से लेकर 67,000 रुपये तक सैलरी मिलती है। वरिष्ठ वैज्ञानिकों को 75,000 रुपये से 80,000 रुपये तक वेतन मिलता है, जबकि इसरो के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों को 2 लाख रुपये प्रति माह वेतन मिलता है।
दूसरी ओर, उत्कृष्ट वैज्ञानिकों को 1,82,000 रुपये और इंजीनियर एच को 1,44,000 रुपये मिलते हैं । वैज्ञानिक / इंजीनियर – एसजी को 1,31,000 रुपये और वैज्ञानिक/ इंजीनियर – एसएफ को 1,18,000 रुपये मिलते हैं। चंद्रयान 3 की सफलता के पीछे इसरो के वैज्ञानिकों ने आईआईटी खड़गपुर, आईआईएससी बैंगलोर आदि जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी अध्ययन किया है। इसरो कर्मचारियों की रिपोर्ट की गई वेतन संरचना
तकनीशियन- बी एल-3 ( 21700-69100)
तकनीकी सहायक एल-7 (44900-142400)
वैज्ञानिक सहायक एल-7 (44900-142400)