1 अक्टूबर से TCS (तिथि धन वसूली) के प्रभाव से जुड़े अंतरराष्ट्रीय छात्र और यात्रीगण, इस नई प्रावृत्ति के लिए तैयार हो रहे हैं। यह नया कानून यात्रीगण के विदेशी यात्रा पर डाटा संग्रहण के लिए एक प्रक्रिया है जिसमें करने वाले को संग्रहण के लिए कर देना होगा और यात्रीगण को इसके बारे में सूचित करना होगा।
TCS का उद्देश्य विदेशी यात्रा पर कर संग्रहण को स्वचालित और पारदर्शी बनाना है। इसका मतलब है कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों और यात्रीगण को अपने विदेशी यात्रा के विवरण और आर्थिक जवाबदेहियों के संबंध में सजग और सचेत रहना होगा।
इस नए कानून के परिणामस्वरूप, यात्रीगण को यात्रा की तैयारियों के साथ-साथ डेटा संग्रहण के लिए भी तैयार रहना होगा। विदेशी छात्रों के लिए भी, इसका महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है, क्योंकि उन्हें अपने वित्तीय लेन-देन पर निगरानी रखनी होगी और उन्हें अधिसूचित करने की आवश्यकता होगी।
छात्रों और यात्रीगण को 1 अक्टूबर से इस नई प्रावृत्ति के लिए तैयार रहना होगा, ताकि वे नियमों और विधियों के साथ अपने यात्रा योजनाओं को संबोधित कर सकें और किसी भी अनियमितताओं से बच सकें।
इस प्रकार, TCS का प्रभाव अंतरराष्ट्रीय छात्रों और यात्रीगण के लिए एक नई यात्रा के आरंभ को दर्शाता है, जिसमें सुरक्षा और नियमों का पालन महत्वपूर्ण होगा।