महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 30 वर्षीय महिला की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार एक मंदिर के तीन सेवकों के खिलाफ पुलिस ने सामूहिक बलात्कार का आरोप भी जोड़ा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 30 वर्षीय महिला की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए तीन लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का भी मामला दर्ज किया गया है।
शिल दैघर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि मामले में धारा 103 (1) (हत्या) के अलावा भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70 (1) (सामूहिक बलात्कार) के तहत एक अतिरिक्त आरोप जोड़ा गया है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी राजकुमार रामफेर पांडे (54), संतोषकुमार रामयज्ञ मिश्रा (45) और श्यामसुंदर प्यारचंद शर्मा (62) ठाणे के कल्याण फाटा स्थित एक मंदिर में सेवादार थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 9 जुलाई को मामला दर्ज होने के बाद अगले दिन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
6 जुलाई को पीड़िता अपने ससुराल वालों से विवाद के बाद घर छोड़कर पहाड़ी की चोटी पर स्थित मंदिर में शरण ले ली थी, जहां तीनों ने कथित तौर पर उसका बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी। अधिकारी ने बताया कि उसका शव एक घाटी में फेंक दिया गया और 9 जुलाई को बरामद किया गया।
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि प्रसव के दौरान 18 वर्षीय लड़की की मौत के बाद वाशी पुलिस स्टेशन में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘शून्य’ एफआईआर दर्ज होने के बाद इसे रायगढ़ जिले के दिघी पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि कथित अपराध दिघी में हुआ था।
आरोपी की पहचान श्रीवर्धन निवासी हेमंत के रूप में हुई है। वह पिछले साल एक कंप्यूटर क्लास में पीड़िता से मिला था और उसके साथ दोस्ती कर ली थी।
उसके माता-पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपी ने दो बार उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया, जिसके बाद लड़की गर्भवती हो गई।
इसके बाद लड़की अपने माता-पिता के साथ वाशी चली गई। 18 जुलाई को वह बाथरूम में खून से लथपथ हालत में पड़ी मिली और उसके बगल में एक नवजात शिशु भी था। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया जबकि दो दिन बाद बच्चे की भी मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 के तहत बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।