इस भारतीय स्ट्रीट फूड के सैंपल में घातक बैक्टीरिया मौजूद थे। उपभोक्ता क्या कर सकते हैं?

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प्रसिद्ध और अत्यंत लोकप्रिय भारतीय स्ट्रीट फूड पानी पुरी में संभावित कैंसर पैदा करने वाले रसायन पाए जाने के बाद, अब एक अन्य लोकप्रिय स्ट्रीट फूड शावरमा ने स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं, क्योंकि इसके नमूनों में घातक बैक्टीरिया और यीस्ट पाए गए हैं।

भारत में स्ट्रीट फूड बहुत लोकप्रिय रहे हैं और हर तरफ़ से उपभोक्ताओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। यह खाने के शौकीनों के लिए एक मुख्य लज़ीज़ व्यंजन रहा है, जिन्हें मसालेदार व्यंजन खास तौर पर पसंद होते हैं।

पानी पूरी, चाट, आलू टिक्की और शावरमा जैसे कई लोकप्रिय भारतीय स्ट्रीट फूड हैं। इन्हें स्वादिष्ट माना जाता है लेकिन इनमें मिलावट और संदूषण का ख़तरा बना रहता है, ख़ास तौर पर मानसून के मौसम में जिसकी वजह से आम तौर पर फूड पॉइज़निंग हो जाती है।

एफएसएसएआई ने शावरमा के नमूनों में क्या पाया

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 10 जिलों से एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) के अधिकारियों द्वारा शावरमा के नमूने एकत्र किए गए थे, जिसमें बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) सीमा के रेस्तरां भी शामिल हैं।

एकत्र किये गये नमूनों में से कई नमूने खराब गुणवत्ता के थे तथा मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक थे।

17 में से 8 नमूने अस्वास्थ्यकर स्थिति में पाए गए। नमूने यीस्ट और अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया से दूषित पाए गए, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए FSSAI के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने जो 17 सैंपल लिए थे, उनमें से 8 सैंपल अस्वास्थ्यकर स्थिति में पाए गए। शावरमा के इन सैंपल में अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया और यीस्ट पाए गए, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। सुरक्षा मानकों का पालन न करने वाले रेस्तराओं पर कार्रवाई की जाएगी।”

एफएसएसएआई अधिकारियों ने पिछले सप्ताह कहा था कि निरीक्षण किया गया और पाया गया कि एकत्र किए गए पानी पुरी के 22 प्रतिशत नमूने सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे।

अधिकारियों ने यह अभ्यास तब किया जब भारत के कर्नाटक राज्य में कबाब में कृत्रिम खाद्य रंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अभी एक महीने पहले ही, भारत के मुंबई शहर में ‘चिकन शवरमा’ खाने से 19 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत के बाद दो खाद्य विक्रेताओं को गिरफ़्तार किया गया था।

शावरमा के नमूनों में हाल ही में हुई खोजों ने भोजन प्रेमियों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या उन्हें इसे खाना चाहिए।

ऐसे समय में जब शावरमा के नमूनों में ऐसा संदूषण पाया गया है, तो सबसे अच्छा उपाय घर पर बने शावरमा का आनंद लेना है।

दूसरा उपाय यह है कि स्ट्रीट फूड स्टॉल्स पर जाकर शावरमा खाया जाए, जो स्वच्छ होते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि भोजन में कोई संदूषण न हो।

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