महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कर्ज वसूली के बहाने लोगों को परेशान करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में पुलिस को कर्ज वसूली करने वालों से अपमानजनक और अश्लील फोन कॉल आने की शिकायत मिली थी।
पुलिस उपायुक्त अपराध शिवराज पाटिल ने बताया कि जांच के बाद ठाणे अपराध शाखा के जबरन वसूली निरोधक प्रकोष्ठ ने एक दूरसंचार कंपनी के प्रतिनिधि राहुल कुमार तिलकधारी दुबे (33) को गिरफ्तार किया है। दुबे पर आरोप है कि वह ग्राहकों की जानकारी के बिना उनके नाम से सिम कार्ड जारी करता था और ऋण वसूली कॉल सेंटर को सूचनाएं मुहैया कराता था।
पुलिस ने भयंदर में एक कॉल सेंटर पर भी छापा मारा और शुभम कालीचरण ओझा (29) और अमित मंगला पाठक (33) को गिरफ्तार किया।
अधिकारी ने बताया कि दोनों के कई वित्तीय संस्थानों के साथ समझौते थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने हार्ड डिस्क, जीएसएम गेटवे और मोबाइल फोन सहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए हैं।
अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों को 10 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
ठाणे शहर के पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे ऋण वसूली एजेंटों द्वारा उत्पीड़न या अपमानजनक भाषा का प्रयोग किये जाने की स्थिति में स्थानीय पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें।
ठाणे में रिश्वतखोरी के आरोप में एफडीए इंस्पेक्टर समेत दो गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में मेडिकल की दुकान खोलने के इच्छुक एक व्यक्ति से 70,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में 42 वर्षीय एफडीए निरीक्षक और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया
है। एसीबी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उस व्यक्ति ने दवा की दुकान खोलने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) से लाइसेंस के लिए आवेदन किया था ।
पीटीआई के अनुसार, नवी मुंबई एसीबी के पुलिस इंस्पेक्टर संतोष पाटिल ने एक विज्ञप्ति में बताया कि एफडीए के एक ड्रग इंस्पेक्टर ने लाइसेंस फीस के अलावा उनसे कथित तौर पर एक लाख रुपये की मांग की थी। बाद में मांग घटाकर 70,000 रुपये कर दी गई।
उन्होंने बताया कि व्यक्ति ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई, जिसने सोमवार रात कल्याण कस्बे में एक किराना दुकान के पास जाल बिछाया और 50 वर्षीय व्यक्ति को शिकायतकर्ता से 70,000 रुपये लेते हुए पकड़ लिया।
उन्होंने बताया कि बाद में एसीबी अधिकारियों ने उसके साथ मौजूद ड्रग्स इंस्पेक्टर को भी पकड़ लिया।
एसीबी ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कल्याण के एमएफसी पुलिस थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।