कल्याणः कल्याण-डोंबिवली मनपा आयुक्त डॉ. इंदुरानी जाखड़ ने गुरुवार को शहर की सभी एजेंसियों को कल्याण- डोंबिवली जुड़वां शहरों की बढ़ती जरूरतों के अनुसार परिवहन प्रणाली नेटवर्क को मजबूत करने और बढ़ती यातायात समस्या को कम करने के लिए मिलकर काम करने का निर्देश दिया, खासकर गणपति जैसे आगामी त्योहारों के मद्देनजर।
इस दौरान उन्होंने पुलिस और स्थानीय वार्ड अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि शहर में स्टेशन के बाहर कोई भी फेरीवाला न दिखे।
गुरुवार को जाखड़ ने केडीएमसी मुख्यालय में एक बैठक की, जिसमें यातायात के लिए पुलिस उपायुक्त विनय राठौड़, जोन 3 के पुलिस उपायुक्त सचिन गुंजाल, सिटी इंजीनियर अनीता परदेशी और परिवहन विभाग, एमएमआरडीए, एमएसआरडीसी, एसटी निगम और मध्य रेलवे के अन्य अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में जाखड़ ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अगले सप्ताह नगर निगम क्षेत्र में अवैध रिक्शा स्टैंडों का सर्वेक्षण करें तथा उसके बाद यातायात की भीड़ को कम करने के लिए कार्रवाई करें।
जाखड़ ने अतिक्रमण विभाग को कल्याण-शिल्पाता मार्ग पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए सड़क पर अनधिकृत होर्डिंग्स और अतिक्रमण को हटाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एमएसईबी और बिजली विभाग को यातायात में बाधा डालने वाले खंभों और ट्रांसफार्मरों को स्थानांतरित करने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
मनपा आयुक्त जाखड़ ने आगे निर्देश दिया कि मनपा क्षेत्र में सभी भारी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित करके, एजेंसियां एक सप्ताह के भीतर यह सारा काम लागू करें।
मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन के पास यातायात की भीड़ को कम करने के लिए स्थानीय पुलिस विभाग, आरटीओ, शहर के परिवहन विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को संयुक्त टीमें बनानी चाहिए। उन्हें पूरे दिन काम करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि रेलवे स्टेशन के बाहर यातायात की भीड़ न हो और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि रेलवे स्टेशन के बाहर कोई फेरीवाला न दिखे।
कल्याण स्टेशन के बाहर चल रहे SATIS कार्य और अवैध फेरीवालों की वजह से हमेशा ट्रैफिक जाम रहता है, जिससे नागरिकों को अक्सर ट्रैफिक जाम में फंसना पड़ता है। ऐसे में KDMC कमिश्नर के आदेश के बाद लोगों को उम्मीद है कि उन्हें कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि लोगों की मांग है कि फेरीवालों के खिलाफ यह कार्रवाई सिर्फ एक या दो दिन का दिखावा नहीं होनी चाहिए, बल्कि लगातार होनी चाहिए ताकि उन्हें ट्रैफिक से वाकई राहत मिल सके।