मुंबई में सांस लेना हो जाएगा दूभर…आने वाली सर्दियां लाएंगी गंभीर वायु प्रदुषण, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

Share the news

मुंबई में सांस लेना हो जाएगा दूभर…आने वाली सर्दियां लाएंगी गंभीर वायु प्रदुषण, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

मुंबई: मुंबई की हवा आने वाले दिनों में बिगड़ सकती है, विशेषज्ञों ने ऐसी चिंता जताई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वॉलिटी वेदर फोरकास्टिंग ऐंड रिसर्च (सफर) के संस्थापक और योजना निदेशक डॉ़ गुफरान बेग ने कहा कि इसमें कोई शंका नहीं है कि नवंबर और दिसंबर में मुंबई और पश्चिमी भारत के अन्य हिस्सों में वायु प्रदूषण आसाधारण रूप से अधिक रहता है।

मुंबई इस समय गंभीर प्रदूषण के घटनाक्रम से गुजर रहा है। तीनों ओर समुद्र से घिरे होने की वजह से मुंबई में वायु प्रदूषकों के प्रसार में मदद मिलती है, लेकिन इसके बावजूद इस बार खराब वायु गुणवत्ता लंबे समय तक था। पर्यावरण विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सर्दियों के महीनों के दौरान आने वाले वर्षों में शहर की हवा और ज्यादा खराब हो सकती है।
वातावरण फाउंडेशन के संस्थापक भगवान केसभट ने कहा कि मुंबई के निवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए महाराष्ट्र राज्य सरकार और स्थानीय प्राधिकरण को मुंबई का ग्रेडेड रिस्पांस ऐक्शन प्लान तैयार करने की जरूरत है। 
ग्रैप एक आपातकालीन उपायों की एक सूची है, जिसका उपयोग तब किया जाता है, जब शहर के हवा की गुणवत्ता एक निश्चित चौखट में होती है। साथ ही, मुंबईकरों के स्वास्थ्य की रक्षा को ध्यान में रखते हुए तुरंत स्वास्थ्य सलाह जारी करने की भी जरूरत है।
निर्माण क्षेत्र, परिवहन क्षेत्र में अनियंत्रित तरीके से बढ़ते निजी वाहन और उद्योग उत्सर्जन सभी सख्त मानकों और सटीक प्रणाली का पालन करने की जरूरत है। इसके अतिरिक्त, ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण, डोंबिवली और मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के अन्य इलाकों को वायु प्रदूषण कम करने की स्थानीय रणनीति में शामिल करना चाहिए।
मुंबई में दिसंबर के पहले 10 दिनों में से 4 दिन ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहे। हालांकि, अच्छी बात यह है कि आने वाले दिनों में चक्रवात मैंडूस के बाद शहर के वायु प्रदूषण में कमी आने की संभावना है और मुंबई में हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है। मलाड, चेंबूर और मझगांव के उपनगर 1 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच मुंबई के तीन सबसे प्रदूषित क्षेत्र थे जबकि बोरीवली, नवी मुंबई और वर्ली में इस अवधि के दौरान सबसे स्वच्छ हवा थी।
पिछले 40 दिनों के दौरान, 1 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच, मुंबई में हवा की गुणवत्ता के लिए 22 दिन ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किए गए। इन 22 दिनों में, 4 दिनों (5, 6, 7 और 8 दिसंबर) के दौरान मुंबई में समग्र वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” श्रेणी में रही।
जबकि, 2021 में (1 नवंबर से 10 दिसंबर की इसी अवधि के दौरान) खराब दिनों की संख्या कुल 6 हो गई, जबकि बहुत खराब वायु गुणवत्ता वाले दिन नहीं थे। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के शोध निदेशक और सहायक एसोसिएट प्रोफेसर अंजल प्रकाश ने कहा, ‘मुंबई की वायु गुणवत्ता अस्वास्थ्यकर स्तर तक गिर गई है, जो इसके नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही चिंताजनक है।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *