हालत को झेलने की आदत पढ़ गई है । और उससे उभरना भी आता है ?

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हालत को झेलने की आदत पढ़ गई है । और उससे उभरना भी आता है ?

शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें इतने सदमे लग चुके हैं कि अब उन्हें सदमें झेलने की आदत हो गई है. उन्होंने अपने विरोधियों को ललकारते हुए कहा कि पीठ पीछे साजिश रचने वालों में अगर हिम्मत है तो आमने-सामने की लड़ाई लड़ें.

उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि अगर छगन भुजबल शिवसेना नहीं छोड़ते तो वे मुख्यमंत्री बनते.
उद्धव ठाकरे पूर्व उपमुख्यमंत्री और अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष छगन भुजबल के 75वें जन्मदिन के मौके पर गुरुवार को मुंबई के षणमुखानंद सभागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. ठाकरे ने कहा कि जब छगन भुजबल ने शिवसेना छोड़ी तो ठाकरे परिवार सदमे में था. लेकिन इसके बाद भुजबल मातो पर आए और सभी मतभेदों को सुलझा लिया गया लेकिन भुजबल को शिवसेना नहीं छोड़नी चाहिए थी, अगर शिवसेना में ही रहते तो मुख्यमंत्री बन गए होते.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि भुजबल की उम्र 75 साल की हो गई है, लेकिन आज भी उनका मनोबल सोलह साल के युवा जैसा ही है. देश भी अपनी आजादी का 75 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. ठाकरे ने कहा कि ढ़ाई साल पहले किसी ने नहीं सोचा था कि एक ही मंच पर अजित पवार, शरद पवार, बालासाहेब थोरात के साथ हम सभी एक मंच पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि भुजबल ने शिवसेना से राजनीति की शुरुआत की, वह पहला चुनाव हार गए, लेकिन उसके बाद भी वे हठ पर डटे रहे. और आज आपके सामने 75वां जन्मदिन मना रहे हैं. लेकिन जब उन्होंने शिवसेना छोड़ी, तो ठाकरे परिवार के लिए यह पहला और सबसे बड़ा झटका था. इसके बाद कई बार शिवसेना को झटके पर झटका लगता रहा. यहां तक कि स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे ने भी हमें छोड़ दिया. हमारा साथ छोड़कर बहुत से लोग चले गए. इस तरह के झटके सहने की अब आदत हो गई है. लेकिन अब हमारे विरोधी हमारे पीठ के पीछे साजिश करने लगे हैं. कभी मैदान न मिले, इसके लिए साजिश, कभी पक्ष हड़पने की साजिश तो कभी हमारे समर्थकों को तोडऩे की साजिश. उन्होंने विरोधियों को ललकारते हुए कहा कि पीठ के पीछे साजिश रचने की बजाय किसी भी मंच पर वे हमारा आमने-सामने का मुकाबला करें.
इस अवसर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, प्रख्यात लेखक-कवि डॉ. जावेद अख्तर, विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार उपस्थित थे. इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षल प्रधान और विजय सामंत की ओर से लिखी गई छगन भुजबल के जीवन पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया गया.

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