इंडोनेशिया के स्टेडियम में फुटबॉल मैच के दौरान भड़की लोगो कि हिंसा, 129 लोगों की मौत.
आखिर किसकी लापरवाही से हुआ हादसा?
सोचने वाली बात है कि आखिर यह बड़ा हादसा कैसे, किस कारण और किसकी लापरवाही से हुआ? हर किसी के मन में सवाल है कि आखिर यह सब हुआ कैसे? यहां बता दें कि पेरसेबाया और अरेमा टीमें एक-दूसरे की कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं.
उनके बीच मुकाबला ठीक उसी टशन के साथ होता है, जैसे क्रिकेट में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होता है. फुटबॉल में रियाल मैड्रिड और बार्सिलोना के बीच होता है. मगर इस इंडोनेशियाई घरेलू मैच में नतीजा खूनी संघर्ष में बदल जाएगा किसी ने सोचा नहीं था.
पॉइंटर्स में समझिए आखिर हुआ क्या?
- करीब दो दशक बाद किसी मैच में अरेमा फुटबॉल क्लब को पेरसेबाया के खिलाफ हार मिली है. शायद फैन्स इस हार को पचा नहीं सके और उपद्रव मचाते हुए स्टेडियम में घुस गए.
- स्थानीय मीडिया में चल रहे तस्वीर में देख सकते हैं कि लोग स्टेडियम में दौड़ते नजर आ रहे हैं. उन्होंने पूरा ग्राउंड ही अपने कब्जे में ले लिया था.
- लोग जब उपद्रव मचा रहे थे, तब पुलिस ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस को गोले दागे और लाठीचार्ज किया. यहीं से स्थिति और ज्यादा बिगड़ती चली गई.
- आंसू गैस के गोले दागने के बाद स्थिति बिगड़ने की बात पूर्वी जावा पुलिस आईजी निको अफिंटो ने भी स्वीकार की. उन्होंने मीडिया को दिए बयान में यह बात कही.
- रिपोर्ट के मुताबिक, आंसू गैस के गोले दागने से कुछ लोगों का मैदान पर ही दम घुटने लगा था. लोग मैदान पर ही गिरने लगे थे, जिससे वह भगदड़ की चपेट में आ गए.
- पुलिस ने अपने बयान में कहा, ‘हमने लोगों से स्टैंड में लौटने के लिए कहा, लेकिन जब दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई, तब आंसू गैस छोड़े गए.’
- आईजी निको अफिंटो ने कहा, भगदड़ और आंसू गैस के बाद लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. सभी बाहर निकलने के लिए एक ही गेट की तरफ भाग रहे थे, जिससे हादसा हुआ.
मुकाबले को देखने के लिए करीब 40 हजार दर्शक स्टेडियम पहुंचे थे. मैच में पेरसेबाया ने अरेमा को 3-2 से हरा दिया. इसके बाद फैन्स ने स्टेडियम में ही उपद्रव मचाना शुरू कर दिया और फिर भगदड़ मच गई.
ईस्ट जावा के डिप्टी गवर्नर ने बताया कि इस हादसे में अब तक 129 लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने अपनी पूरी ताकत लगाते हुए स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश की और खिलाड़ियों को सुरक्षित बाहर निकाला.
स्टेडियम में दर्शकों की एंट्री पर लग सकता है प्रतिबंध
इंडोनेशियाई सरकार ने भी बयान जारी कर मामले में दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि मामले की गंभीरता से जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इंडोनेशिया के खेल और युवा मंत्री जैनुद्दीन अमाली (Zainudin Amali) ने कहा कि वह स्टेडियम में दर्शकों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाने को लेकर भी चर्चा करेंगे. यह प्रतिबंध तब तक लगा रहेगा, जब तक की स्टेडियम में दर्शकों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं कर लिए जाते.
